प्रदर्शनियां
एक लंबे समय से बाबाजी जिस विधा का प्रयोगसामाजिक चेतना के लिए करते आ रहे है वो है चित्र प्रदर्शनी. अयोध्या आंदोलन के समय से बाबाजी द्वारा रेल के डिब्बों, दीवारों को चित्र दीर्घाओं का स्वरूप देने कि शुरुआत हुई उसके स्वरुप में परिवर्तन अवश्य हुआ....पर विभिन्न विषयों को जन सामान्य तक पहुँचाने की कलायात्रा आज भी जारी है.
Exibution
For a long time, the medium through which Baba Ji has been creating social awareness is photo exhibition. Since the Ayodhya movement, Baba Ji started converting his photos from railway coaches and walls into photo galleries, and that form definitely changed, but the art journey to take many subjects to the common folks is still continuing.