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मंचीय कार्यक्रम


भारतभक्ति संस्थान की ओर से कई तरह के मंचीय कार्यक्रमों की प्रस्तुति दी जाती है जिनमे से भारत माँ की आरती, शिवविवाह, राष्ट्रकथा, काव्यधारा, वंदे गौमातरम, विभिन्न भजन संध्याएं आदि प्रमुख है. इन सभी कार्यक्रमों में मुख्या भूमिका में स्वयं बाबाजी ही रहते हैं. अधिकतर कार्यक्रमों में कला की विभिन्न विधाओं का प्रयोग किया जाता है. जितने भी कार्यक्रम किये जाते हैं वे एक होते हुए भी अलग अलग ही होते है, क्योंकि दर्शकों तथा देशकाल के हिसाब से कार्यक्रम की विषयवस्तु और स्वरूप में परिवर्तन होता ही रहता है, परन्तु मूल रूप से सभी कार्यक्रम देश एवं संस्कृति की महानता के प्रति समर्पित होते हैं.

Theatrical Program


Many theatrical programs are presented from Bharat Bhakti Sansthan, out of which major are Bharat Ma Ki Arti, Shiv marriage, story of nation, poetry, Vande Gau Matram, and various devotional song evenings. The main protagonist of these programs is Baba Ji himself. Various forms of art are used in most of the programmes. The programmes that are presented are similar,but presented differently with changes in subject matter and form made based on audience, time and locality. Yet,all programmes are dedicated to the greatness of the country and its culture.

भारत माँ की आरती

भारत माँ की आरती देशभक्ति की सौरभ से सुवासित ऐसा अद्भुत कार्यक्रम है जो हर उम्र, हर वर्ग, हर क्षेत्र के लोगो द्वारा सामान रूप से पसंद किया गया है. वंदे मातरम तथा अनेक राष्ट्रीय गीतों, कविताओ, चित्रकारी, से सजे इस कार्यक्रम में दर्शक खुद ही कार्यक्रम का अंग बनकर गाने, झूमने और नाचने लगते है...पता ही नहीं चलता. अलग - अलग अभिरुचि वाले महिला पुरुष अपने आप को भूलकर विभिन्न रसों के एक अलग ही आनंद लोक में चले जाते है...

Bharat ma ki aarti

Bharat Ma Ki Arti is such a wonderful programme infused with the aroma of patriotism that has been liked equally by people of all ages, classes, and geographies.....

राष्ट्रकथा

देश की गौरव - गरिमा, धर्म की वैज्ञानिक विवेचना, पर्यावरण के प्रति चेतना और सामयिक विषयों पर चिंतन आदि की एक से अधिक दिवसीय संगीतमयी कला प्रस्तुति राष्ट्रकथा है. विभिन्न धार्मिक कथाओं की तरह इस आयोजन में धार्मिक कर्मकांड होते है परन्तु उन्हें सामाजिक स्वरूप दे दिया जाता है. वृक्षारोपण, समरसता भोज, स्वच्छता अभियान, योग आदि गतिविधियां इस आयोजन के अनियार्य अंग होते हैं. अभी तक इस प्रकार के ५ आयोजन हो चुके हैं.

Story of the Nation

Presentation of the pride of the nation, scientific interpretations of Dharma, awareness of the environment, and contemplation on current topics in one or more days in musical art form is called “The Story of the Nation.”...

शिव विवाह

भगवान शंकर के विवाह को आधार बनाकर हास्य-व्यंग्य एवं संगीत के साथ वर्तमान युग की विसंगतियों, सामाजिक कुरीतियों, दिखावे की प्रवृतियों पर कटाक्ष एवं भारतीय विवाह परम्परा की प्रासंगिकता को इस कार्यक्रम में उभारा जाता है.

Shiv Vivah

Using the marriage of Bhagwan Shankar as the background, the relevance of the contradictions of the current era, social evils, sarcasm on the tendency of showoff, and the tradition on Bhartiya marriage is brought out.

डमरू वाले बाबा

भारतीय ग्रंथों में ज्ञान, विज्ञान, नीति, सामाजिकता आदि की बातें कथा रूप में कहीं गई है. 'डमरू वाले बाबा' भगवान् शिव से सम्बंधित एक ऐसी कथा है जो हमें आदर्श संतोषी जीवन जीने की प्रेरणा देती है. दूसरों को दिखाने के लिए हम जो जीवन जीते हैं उससे ना हमें कोई फायदा होता है और ना ही औरों को. उपभोक्तावादी जीवन शैली में केवल अंत में मानसिक क्लेश का अंधकार ही मिलता है. भगवान शिव के सुखी परिवार के रहस्य और अन्य विषयों की सामाजिक रुप से व्याख्या करते हुए एक संदेश देना इस कार्यक्रम का मूल उद्देश्य है. धार्मिकता और आध्यात्मिक भावों से जुड़ा यह कार्यक्रम भी चित्रकला संगीत एवं कविताओं से समन्वित है.

Damru wale Baba
गंगा अवतरण

गंगा का अवतरण यूं तो एक पौराणिक कहानी है परंतु इस कथा में एक इतिहास छिपा हुआ है. भारत के पूर्वी भाग के तत्कालीन अकाल पीड़ित जन समुदाय को जल पहुंचाने के लिए महाराजा सागर से लेकर राजा भगीरथ तक की पांच पीढ़ियों ने एक अभियान्त्रिक अभियान द्वारा हिमालय की पहाड़ियों पर जमे हुए जल को देश के पूर्वी भाग तक पहुंचाया था. इसी कथानक को वर्तमान संदर्भों के साथ जोड़ते हुए यह कथा तैयार की गई है. गंगा यात्रा एवं शिव गंगा अभियान में कई बार इसकी प्रस्तुति हुई. जन सामान्य को जल चेतना से जोड़ने के लिए इसका अभूतपूर्व योगदान रहा.

Gnaga avtaran
गौ कथा

गौ कृषि प्रधान भारत की आधारशिला है. इतना ही नहीं गाय आध्यात्मिक सामाजिक और पौराणिक रूप से बहुत महत्वपूर्ण है, उसे पृथ्वीरूपा और ईश्वर के समकक्ष माना गया है. इस तथ्य को नकारने के कारण भारत वर्तमान की अनेक परिस्थितियों से जूझ रहा है. गौ मातरम इस कार्यक्रम में इस विषय को बहुत मनोरंजक सामाजिक और वैज्ञानिक तरीके से प्रस्तुत किया जाता है. गौ सेवा और गौ रक्षा के निमित्त देश के अनेक स्थानों पर इसकी प्रस्तुति दी गई है.

Gou Katha
राम कथा

श्री राम कथा दुनिया भर में रोज हजारों स्थानों पर की जाती है पर उसका स्वरूप केवल धार्मिक बनकर रह गया है. वर्तमान की धार्मिक रामकथाओं में अधिकतर महिलाएं या बुजुर्ग सम्मिलित होते हैं. "सुनो रे राम कहानी" श्री राम के जीवन के उन तथ्यों को उजागर करती है जो वर्तमान समाज के लिए प्रेरणादायक हैं. 1 से 3 दिन तक की समयावधि वाला यह कार्यक्रम गीत संगीत और चित्र से सजा हुआ है. सिर्फ धार्मिक जगत वरन स्कूल कॉलेज में पढ़ने वाले विद्यार्थियों के लिए भी यह कार्यक्रम श्रद्धा-भक्ति और मनोरंजन का विषय होता है. देश में अनेक स्थानों पर इस कार्यक्रम की अनेक प्रस्तुतियां हो चुकी है.

Ram Katha